पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में राशन भ्रष्टाचार घोटाले में शंकर आध्या और तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां के नाम सामने आया। शनिवार सुबह इन दो नेताओं को गिरफ्तार किया।
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में राशन भ्रष्टाचार की जांच के लिए संदेश खाली जा रहे ईडी अधिकारियों पर हुआ हमला। मीडिया की प्रतिनिधियों को भी हमलों और उत्पीड़न का सामना करना पड़ा। इस घटना को लेकर देश प्रदेश में हंगामा मच गया है। राज्य में भाजपा समेत विपक्षी पार्टियों ने तृणमूल को आरोपी ठहराया।अभिजीत गंगोपाध्याय ,राज्यपाल सीवी आनंद बोस इस हमले से प्रभावित ईडी अधिकारियों से मिलने पहुंचे।अभिजीत गंगोपाध्याय राज्यपाल की ध्यान खींचते हुए पश्चिम बंगाल की खराब कानूनी व्यवस्था को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा की राशन भ्रष्टाचार मामले में EDऔर C.B.I को एक साथ जांच करने का आदेश दिया गया है।
अभिजीत गंगोपाध्याय ने राज्य सरकार से आग्रह किया कि अगर कोई भ्रष्टाचार नहीं है तो जांच में सहयोग करें।हालांकि तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने अभिजीत गंगोपाध्याय को भाजपा नेता बताया।तृणमूलने दबा किया की बीजेपी इस घटना की साजिश रची थी।
तृणमूल कांग्रेस की नेताओं का बोलना है कि, राज्य पुलिस को कोई अग्रिम सूचना बिना ही ईडी ने यह कार्रवाई की। नबन्ना सूत्रों से मिली खबर के अनुसार मीडिया का दावा है की घटना की जानकारी के बाद पुलिस और प्रशासन के और से उचित कार्रवाई की गई है। हालांकि ईडी अधिकारियों पर हमले,गाड़ियों में तोड़फोड़,मीडिया पर हमले की विपक्ष ने निंदा की है।
पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ममता बनर्जी इस घटना के बारे मेंअभी तक कुछ स्टेटमेंट दिया नहीं।राज्य पुलिसके सोशल मीडिया ने भीइस दिन की घटना के बारे में कोई बयान नहीं दिया।विपक्ष नेता शुभेन्दु अधिकारी ने केंद्र सरकार से इस घटना के कार्रवाई के लिए मांग कर चुके हैं।